'बाल-उद्यान' पर रचना पोस्ट करने की शर्तें

अंतरजाल जगत को साहित्य से समृद्ध किया जाना आवश्यक है, किंतु साहित्य को पीढ़ी से जोड़ना एक चुनौती। वृक्ष कितना मजबूत है यह जानने के लिये यह ज्ञान आवश्यक है कि जड़ कितनी गहरी है। जड़ को मजबूत करना है तो बच्चों को साहित्य की समझ से जोड़ना होगा। तकनीक, साहित्य और बच्चे एक साथ जुड़ कर बरगद पल्लवित कर सकते हैं जिसकी छाँव में खडे़ हो कर यह दावा किया जा सकेगा कि साहित्य का पुनर्जीवन हुआ।

युग्म के मंच पर यह प्रयास इस लिये आवश्यक है चूंकि यह गंभीरता से महसूस किया गया कि किसी भी प्रयास की सार्थकता तब है जब वह दूरदर्शी हो। बच्चों को युग्म से जोड़ना एक ऐसा ही कदम है जो उन्हें स्वयं से, साहित्य से, समाज से और संस्कृति से परिचित होने में दिशा देगा।

साहित्यकार भावुक होता है, वस्तुत: उसके भीतर का बच्चा हमेशा बच्चा ही रहता है। इस किये वह बच्चों के मनोभावों के प्रस्तुत करने में हमेशा न्याय ही करेगा यह प्रामाणित अवधारणा है।

छोटे बच्चों की स्कूल की किताबों में प्रचलित कहानियों, कविनाओं और चित्रों को देख कर मन आहत हो जाता है। ज्यादातर उस परिवेश के हैं ही नहीं जिनमें बचपन जी रहा है। ज्यादातर कवितायें विदेशी/अंग्रेज़ी कविताओं का भोंड़ा अनुवाद होती हैं जिन्हें याद कर बच्चे केवल तोता हो जाते हैं। ऐसी कवितायें/रचनायें उन्हें सपना नहीं देतीं, कल्पना की वह उड़ान नहीं देतीं जो उन्हें चाहिये है। इस दृष्टिकोण से साहित्यकारों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वे आने वाली पीढ़ी को सपना दें और रास्ता दें।

हिन्द युग्म का प्रयास “बाल-उद्यान” केवल कविता का मंच नहीं है अपितु बच्चों के लिये सभी प्रकार की विधाओं का समंवित संकलन होगा। साथ ही साथ इसे आकर्षक बनाने के लिये छोटे बच्चों की तस्वीरें, उनके बनायी पेंटिंग और कार्टून को भी स्थान दिया जायेगा। इस प्रयास को सुचारू रूप से चलाने एवं इसे सफल बनाने के लिये युग्म के सभी स्थाई सदस्यों के साथ ही साथ पाठकों, चित्रकारों, फोटोग्राफरों, कार्टूनिस्टों और मनोवैज्ञानिकों को भी आमंत्रण है कि वे सक्रिय सहयोग करें।

नियम निम्नानुसार होंगे:

१- रचनायें/चित्र/कार्टून मौलिक हों और प्रकाशित न हों। यह शर्त बाल मनोवैज्ञानिक परामर्शों पर लागू नहीं होगी।
बाल-सामग्री को १-१३ वर्ष के बच्चों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया हो।
(महत्वपूर्ण- मुद्रित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं के अतिरिक्त गूगल, याहू समूहों में प्रकाशित रचनाएँ, ऑरकुट की विभिन्न कम्न्यूटियों में प्रकाशित रचनाएँ, निजी या सामूहिक ब्लॉगों पर प्रकाशित रचनाएँ भी प्रकाशित रचनाओं की श्रेणी में आती हैं)

२- रचनायें यूनिकोड में टंकित हों।

३- कार्टून अथवा चित्र सुस्पष्ट हों एवं उनपर हिन्दी में ही विवरण दिये जायँ

४- रचनाकार प्रकाशित (पोस्ट) करने से पूर्व यह सुनिश्चित करें कि उसमें व्याकरण और मात्राओं की गलतियाँ कम से कम हों। ब्लॉग के प्रबंधकों द्वारा अंतिम परिवर्तन सम्भव हैं।

५- रचना के प्रकाशित होने से पूर्व रचनाकार 'हिन्द-युग्म के वाहक' पृष्ठ पर उपलब्ध अन्य कवियों के परिचय जैसा अपना जीवन-परिचय लिखकर hindyugm@gmail.com पर प्रेषित करे।

६- जो निरंतर रचनाकर्म करते हैं उनके लिए स्थाई सदस्यता और जो कभी-कभी करते हैं, उनके लिए अस्थाई सदस्यता (फ़िलर रचनाकार) का प्रयोजन किया गया है।

स्थाई सदस्य निम्नवत ढंग से अपनी रचनाएँ पोस्ट करते हैं-


रविवार

मोहिन्दर कुमार ('आओ चित्र बनायें' स्तंभ संचालित करते हैं कम से कम दो रविवार), तुषार जोशी

सोमवार

सुजाता तेवतिया (नोटपैड), सजीव सारथी ('सामान्य ज्ञान' और 'ऐसा भी होता है' स्तंभ भी संचालित करते हैं पहले और तीसरे सोमवार)

मंगलवार

रंजना भाटिया (दीदी की पाती- दूसरे व चौथे मंगलवार), रचना सागर, अक्षय चोटिया

बुधवार

सुनीता चोटिया (चित्रकथा कम से कम दो बुधवार), सीमा कुमार (तस्वीरें)

गुरुवार

राजीव रंजन प्रसाद, भूपेन्द्र राघव

शुक्रवार

विश्व दीपक 'तन्हा', ज़ाकिर अली 'रजनीश' (पुस्तक-चर्चा स्तम्भ)

शनिवार

ऋषिकेष खोडके “रूह”, प्रवीण पंडित, स्कूलों से प्राप्त रचनायें/बच्चों-अभिभावकों की रचनायें

फ़िलर रचनाकारों की रचनाएँ निम्न तरह से प्रकाशित होंगी-

गौरव सोलंकी, अनुपमा चौहान, गौरव शुक्ला, उर्मिला और रितु रंजन की रचनाएँ क्रमशः माह की १, ५, १०, १५, २०, २५ एवं ३० तिथि को की जाती हैं।

७- बाल-उद्यान की स्थाई सदस्यता केवल सक्रिय सदस्यों को ही प्राप्त होगी। लगातार 10 बार अनुपस्थिति की स्थिति में स्थाई सदस्य को ईमेल द्वारा एलर्ट किया जायेगा उसके पश्चात इस सदस्यता को अस्थाई सदस्यता में बदल दिया जायेगा।

८- यदि आपकी बाल-रचनाएँ लगातार १० बार ई-मेल द्वारा हिन्द-युग्म को प्राप्त होती हैं, तो आप बाल-उद्यान की स्थायी सदस्यता प्राप्त कर लेंगे।

९- प्रत्येक रचनाकार की यह जिम्मेदारी होगी कि वो प्रकाशन के बाद इसका विज्ञापन ऑरकुट की हिन्दी कम्यूनिटियों, याहू समूहों और गूगल समूहों में दे। ब्लॉग की मूल संकल्पना को बनाये रखने के लिए टिप्पणियों को ब्लॉग पर ही देने के लिए पाठकों को प्रोत्साहित करे, चैटबॉक्स या स्क्रैपबुक में नहीं।

१०- यदि आपके मन में और सवाल हों तो कृपया hindyugm@gmail.com, bu.hindyugm@gmail.com या baaludyan@gmail.com पर मेल करें।

जो भी पाठक/रचनाकार “बाल उद्यान” से जुड़ना चाहते हैं तथा युग्म के स्थाई सदस्य नहीं हैं उनसे अनुरोध है कि ऊपर दिये गये ईमेल पते पर अपनी रचना/कार्टून चित्र भेजें। युग्म की “टेक्नीकल कमेटी” द्वारा प्रकाशन-योग्य पाये जाने पर न केवल प्रकाशित किया जायेगा अपितु रचनाकार के विषय में यदि युग्म यह महसूस करेगा कि बच्चों पर उनका लेखन स्तरीय है तब “बाल उद्यान” में एक निश्चित दिन स्थायी सदस्यता के साथ प्रदान किया जायेगा।
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