हिन्द-युग्म यूनिकवि एवम् यूनिपाठक प्रतियोगिता
हिन्दी-प्रेमियो !
इंटरनेट पर हिन्दी लिखने-पढ़ने के प्रोत्साहन हेतु हिन्द-युग्म, यूनिकवि एवम् यूनिकपाठक प्रतियोगिता का आयोजन जनवरी २००७ से करता है। इस कार्य के लिए धनराशि का प्रबन्ध अंशदानकर्ताओं के आर्थिक सहयोग से किया जा रहा है। वस्तुतः, हमारा 'हिन्द-युग्म' संघ हिन्दी की प्रत्येक विधा में यह प्रयोग करने को कटिबद्ध है, परन्तु धन के अभाव के कारण हम कविता से आरम्भ कर रहे हैं। जैसे-जैसे अंशदानकर्ताओं की संख्या बढ़ेगी, हम कार्य का विस्तार करते जायेंगे। फ़िलहाल कविता, कहानी, बाल-साहित्य और पॉडकास्टिंग में हम प्रयास कर रहे हैं।
पुरस्कार-राशि के वितरण का कार्य, हम दो चरणों में करते हैं -
१) कवियों को पुरस्कृत करके,
और
२) पाठकों को पुरस्कृत करके।
प्रत्येक कवि अपनी मौलिक एवम् अप्रकाशित रचना (जो गीत, ग़ज़ल, कविता आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं) hindyugm@gmail.com पर प्रत्येक माह के प्रथम से १५वें दिवस तक प्रेषित करता है।
महत्वपूर्ण - मुद्रित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं के अतिरिक्त गूगल, याहू समूहों में प्रकाशित रचनाएँ, ऑरकुट की विभिन्न कम्न्यूटियों में प्रकाशित रचनाएँ, निजी या सामूहिक ब्लॉगों पर प्रकाशित रचनाएँ भी प्रकाशित रचनाओं की श्रेणी में आती हैं।
एक रचनाकार से एक बार में उसकी एक ही कविता स्वीकार की जाती है। अतः भेजने से पूर्व आप खुद तय करें कि आप अपनी कौन-सी कविता प्रतियोगिता हेतु देना चाहते हैं।
ऐसे रचनाकार जो पहले से ही हिन्दी-बलॉगिंग कर रहे हैं, के द्वारा भेजी गयी रचनाओं का यूनिकोड में टंकित होना अनिवार्य है। हालाँकि, हम नये रचनाकारों से भी यूनिकोड प्रयोग की अपेक्षा रखते हैं, फिर भी यदि वे यूनिकोड मे टंकण नहीं कर पा रहे हैं तो वे निम्नलिखित सूत्रों की सहायता ले सकते हैं।
मुफ़्त यूनिप्रशिक्षण का लाभ उठायें।?
इतना होने पर भी, यदि वे इस यंत्र (टूल) को समझ पाने में असमर्थ हैं तो वे अपनी रचनाओं को 'रोमन' में टंकित करके इस टीम के किसी भी सदस्य को भेज सकते हैं।
माह के शेष १५ दिनों में 'हिन्द-युग्म टीम' द्वारा 'माह का यूनिकवि' चुना जाता है। निर्णय २ से अधिक चरणों में किया जाता है (फरवरी २००८ माह तक ४ चरणों में अलग-अलग ८ से अधिक जजों द्वारा निर्णय कराया गया है)। किसी भी रचनाकार का नाम जज को नहीं भेजा जाता , न हीम किसी निर्णयकर्ता को यह जानकारी दी जाती है कि उसके अतिरिक्त और कौन निर्णय का कार्य कर रहा है।
जो रचनाकार विजयी होता है, उसके समक्ष यह प्रस्ताव रखा जाता है कि वह इस टीम की सदस्यता स्वीकार करे। यदि वह सदस्यता स्वीकार करता है तो उसे स्वयं ही यूनिकोड में टंकण करके अपनी पुरस्कृत कविता को अगले महीने के प्रथम सोमवार को 'हिन्द-युग्म' पर पोस्ट करना होता है। यदि वह सदस्य न बनना चाहे तो उसकी कविता की पोस्टिंग हमारे टीम के द्वारा की जाती है।
विजेता कवि को आने वाले तीन सोमवारों तक अपनी कविता पोस्ट करने/करवाने का अधिकार होगा।
जो कवि उपर्युक्त-प्रकिया को सफलतापूर्वक पूर्ण करता है तो उसे निम्न विधि से सम्मानित किया जाता है-
1) प्रथम सोमवार, रु ३०० दिया जाता है।
2) शेष तीन सोमवार, रू १०० प्रति सोमवार दिया जाता है।
3) 'हिन्द-युग्म' की ओर से एक प्रशस्ति-पत्र भी दिया जाता है।
4) हिन्दी-कविता विधा के स्तम्भ कहे जानेवाले रचनाकारों की पुस्तकें (लगभग रु १००/- तक की) भी दी जाती है। जो रचनाकार सुदूर अंचलों (जहाँ उनकी पसंद की हिन्दी-पुस्तकें नहीं मिल पाती हैं) से हैं, उनके अनुरोध पर (किसी भी विधा की जो रु १००/- में आ सकें) भेजी जा सकेंगी।
१) विजेता कवि के उद्घोषणा के एक दिन के भीतर ही उस कवि को अपना परिचय (जिसमें उसका वास्तविक नाम, पता, जन्मतिथि, शिक्षा-दीक्षा का उल्लेख आवश्यक है) hindyugm@gmail.com पर प्रेषित करना होता है।
२) यदि सम्भव हो तो विजयी कवि, किसी राष्ट्रीयकृत बैंक की ATM खाता संख्या (ATM Account No.) भेजे जिससे रूपयों को आसानी से भेजा जा सके। ATM खाता न होने की स्थिति में मनीऑर्डर का सहारा लिया जायेगा।
हिन्द-युग्म शीर्ष १० कवियों को पुरस्कृत करता है। अन्य ९ कवियों को हिन्द-युग्म अपने प्रायोजकों द्वारा भेंट की हुई पुस्तकें भेंट करता है। हिन्द-युग्म प्रतियोगिता से आईं उत्कृष्ट ३० कविताओं का प्रकाशन का जिम्मा भी लेता है।
इस माध्यम से यह तय किया जाता है कि कौन पाठक रचनाओं को ध्यान से पढ़ता है। इसके लिए 'हिन्द-युग्म' टीम द्वारा पाठकों का एक डाटाबेस तैयार किया जाता है। यूनिपाठक चुनते समय निम्न प्रकार के पाठकों को वरीयता दी जाता है-
१) जो प्रतिक्रियाओं को यूनिकोड में लिखते हैं।
२) जिन्होंने उस माह में अधिक से अधिक रचनाओं को पढा होगा और साथ ही साथ प्रतिक्रिया भी दी होगी।
३) जिनकी प्रतिक्रियाओं से रचना-पठन की वास्तविकता परावर्तित होती हो।
इसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक पाठक हर बार समान नाम और पते का प्रयोग करे। अनाम पाठकों की प्रतिक्रियाओं को इस प्रतियोगिता में सम्मिलित नहीं किया जा सकेगा।
माह के सर्वश्रेष्ठ पाठक को निम्नानुसार सम्मानित किया जायेगा।
उसे रु ३००/- का कैश (नकद) पुरस्कार दिया जाता है
और
हिन्दी-कविता विधा के स्तम्भ कहे जानेवाले रचनाकारों की पुस्तकें (लगभग रु २००/- तक की) दी जाती है। जो पाठक सुदूर अंचलों (जहाँ उनकी पसंद की हिन्दी-पुस्तकें नहीं मिल पाती हैं) से हैं, उनके अनुरोध पर (किसी भी विधा की जो रु २००/- में आ सकें) भेजी जा सकेंगी।
१) यूनिपाठक के नाम की उद्घोषणा के एक दिन के भीतर ही उस पाठक को अपना परिचय (जिसमें उसका वास्तविक नाम, पता, जन्मतिथि, शिक्षा-दीक्षा का उल्लेख आवश्यक है) hindyugm@gmail.com पर प्रेषित करना होगा।
२) यदि सम्भव हो तो विजेता पाठक, किसी राष्ट्रीयकृत बैंक की ए॰टी॰एम॰ खाता संख्या (ATM Account No.) भेजे जिससे रूपयों को आसानी से भेजा जा सके। ए॰टी॰एम॰ (ATM) खाता न होने की स्थिति में मनीऑर्डर का सहारा लिया जायेगा।
३) यह सम्भव है कि उद्घोषित पुरस्कारों के अतिरिक्त यूनिकवि एवम् यूनिपाठक को उस माह के प्रायोजकों द्वारा उपहार भेजे जाएँ।
४) इसके अतिरिक्त अन्य तीन पाठकों को भी प्रायोजकों द्वारा पुस्तकें भेंट की जाती हैं।
५) हिन्द-युग्म 'हिन्द-युग्म पाठक सम्मान' भी समय-समय पर देता रहता है जो कि हिन्द-युग्म का संग्रहालय खंगाले होते हैं।
१) हिन्द-युग्म द्वारा यूनिकवि' और 'यूनिपाठक' का चयन अंतिम होगा। इसकी उद्घोषणा के पश्चात् अविजयी रचनाकारों से प्रश्नोत्तर नहीं किया जा सकेगा।
२) एक कवि या पाठक अनंत बार इस प्रतियोगिता में भाग ले सकेगा।
३) विजेता कवियों की कविताएँ, 'हिन्द-युग्म' की अपनी सम्पत्ति होंगी जिन्हें यह समूह संपादकीय कार्यों के लिए प्रयोग कर सकता है।
४) विजेता कवि द्वारा 'हिन्द-युग्म' की सदस्यता स्वीकार करने के बाद, कविता पोस्टींग की नियम व शर्तें उस पर भी समान रूप से लागू होगीं।
- हिन्द-युग्म टीम
वर्ष २००७ के परिणाम












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इंटरनेट पर हिन्दी लिखने-पढ़ने के प्रोत्साहन हेतु हिन्द-युग्म, यूनिकवि एवम् यूनिकपाठक प्रतियोगिता का आयोजन जनवरी २००७ से करता है। इस कार्य के लिए धनराशि का प्रबन्ध अंशदानकर्ताओं के आर्थिक सहयोग से किया जा रहा है। वस्तुतः, हमारा 'हिन्द-युग्म' संघ हिन्दी की प्रत्येक विधा में यह प्रयोग करने को कटिबद्ध है, परन्तु धन के अभाव के कारण हम कविता से आरम्भ कर रहे हैं। जैसे-जैसे अंशदानकर्ताओं की संख्या बढ़ेगी, हम कार्य का विस्तार करते जायेंगे। फ़िलहाल कविता, कहानी, बाल-साहित्य और पॉडकास्टिंग में हम प्रयास कर रहे हैं।
पुरस्कार-राशि के वितरण का कार्य, हम दो चरणों में करते हैं -
१) कवियों को पुरस्कृत करके,
और
२) पाठकों को पुरस्कृत करके।
१. कवियों को पुरस्कार कैसे दिया जाता है?
प्रत्येक कवि अपनी मौलिक एवम् अप्रकाशित रचना (जो गीत, ग़ज़ल, कविता आदि किसी भी रूप में हो सकती हैं) hindyugm@gmail.com पर प्रत्येक माह के प्रथम से १५वें दिवस तक प्रेषित करता है।
महत्वपूर्ण - मुद्रित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं के अतिरिक्त गूगल, याहू समूहों में प्रकाशित रचनाएँ, ऑरकुट की विभिन्न कम्न्यूटियों में प्रकाशित रचनाएँ, निजी या सामूहिक ब्लॉगों पर प्रकाशित रचनाएँ भी प्रकाशित रचनाओं की श्रेणी में आती हैं।
एक रचनाकार से एक बार में उसकी एक ही कविता स्वीकार की जाती है। अतः भेजने से पूर्व आप खुद तय करें कि आप अपनी कौन-सी कविता प्रतियोगिता हेतु देना चाहते हैं।
ऐसे रचनाकार जो पहले से ही हिन्दी-बलॉगिंग कर रहे हैं, के द्वारा भेजी गयी रचनाओं का यूनिकोड में टंकित होना अनिवार्य है। हालाँकि, हम नये रचनाकारों से भी यूनिकोड प्रयोग की अपेक्षा रखते हैं, फिर भी यदि वे यूनिकोड मे टंकण नहीं कर पा रहे हैं तो वे निम्नलिखित सूत्रों की सहायता ले सकते हैं।
मुफ़्त यूनिप्रशिक्षण का लाभ उठायें।?
इतना होने पर भी, यदि वे इस यंत्र (टूल) को समझ पाने में असमर्थ हैं तो वे अपनी रचनाओं को 'रोमन' में टंकित करके इस टीम के किसी भी सदस्य को भेज सकते हैं।
माह के शेष १५ दिनों में 'हिन्द-युग्म टीम' द्वारा 'माह का यूनिकवि' चुना जाता है। निर्णय २ से अधिक चरणों में किया जाता है (फरवरी २००८ माह तक ४ चरणों में अलग-अलग ८ से अधिक जजों द्वारा निर्णय कराया गया है)। किसी भी रचनाकार का नाम जज को नहीं भेजा जाता , न हीम किसी निर्णयकर्ता को यह जानकारी दी जाती है कि उसके अतिरिक्त और कौन निर्णय का कार्य कर रहा है।
जो रचनाकार विजयी होता है, उसके समक्ष यह प्रस्ताव रखा जाता है कि वह इस टीम की सदस्यता स्वीकार करे। यदि वह सदस्यता स्वीकार करता है तो उसे स्वयं ही यूनिकोड में टंकण करके अपनी पुरस्कृत कविता को अगले महीने के प्रथम सोमवार को 'हिन्द-युग्म' पर पोस्ट करना होता है। यदि वह सदस्य न बनना चाहे तो उसकी कविता की पोस्टिंग हमारे टीम के द्वारा की जाती है।
विजेता कवि को आने वाले तीन सोमवारों तक अपनी कविता पोस्ट करने/करवाने का अधिकार होगा।
जो कवि उपर्युक्त-प्रकिया को सफलतापूर्वक पूर्ण करता है तो उसे निम्न विधि से सम्मानित किया जाता है-
1) प्रथम सोमवार, रु ३०० दिया जाता है।
2) शेष तीन सोमवार, रू १०० प्रति सोमवार दिया जाता है।
3) 'हिन्द-युग्म' की ओर से एक प्रशस्ति-पत्र भी दिया जाता है।
4) हिन्दी-कविता विधा के स्तम्भ कहे जानेवाले रचनाकारों की पुस्तकें (लगभग रु १००/- तक की) भी दी जाती है। जो रचनाकार सुदूर अंचलों (जहाँ उनकी पसंद की हिन्दी-पुस्तकें नहीं मिल पाती हैं) से हैं, उनके अनुरोध पर (किसी भी विधा की जो रु १००/- में आ सकें) भेजी जा सकेंगी।
विशेष -
१) विजेता कवि के उद्घोषणा के एक दिन के भीतर ही उस कवि को अपना परिचय (जिसमें उसका वास्तविक नाम, पता, जन्मतिथि, शिक्षा-दीक्षा का उल्लेख आवश्यक है) hindyugm@gmail.com पर प्रेषित करना होता है।
२) यदि सम्भव हो तो विजयी कवि, किसी राष्ट्रीयकृत बैंक की ATM खाता संख्या (ATM Account No.) भेजे जिससे रूपयों को आसानी से भेजा जा सके। ATM खाता न होने की स्थिति में मनीऑर्डर का सहारा लिया जायेगा।
हिन्द-युग्म शीर्ष १० कवियों को पुरस्कृत करता है। अन्य ९ कवियों को हिन्द-युग्म अपने प्रायोजकों द्वारा भेंट की हुई पुस्तकें भेंट करता है। हिन्द-युग्म प्रतियोगिता से आईं उत्कृष्ट ३० कविताओं का प्रकाशन का जिम्मा भी लेता है।
पाठकों को पुरस्कृत कैसे किया जाता है?
इस माध्यम से यह तय किया जाता है कि कौन पाठक रचनाओं को ध्यान से पढ़ता है। इसके लिए 'हिन्द-युग्म' टीम द्वारा पाठकों का एक डाटाबेस तैयार किया जाता है। यूनिपाठक चुनते समय निम्न प्रकार के पाठकों को वरीयता दी जाता है-
१) जो प्रतिक्रियाओं को यूनिकोड में लिखते हैं।
२) जिन्होंने उस माह में अधिक से अधिक रचनाओं को पढा होगा और साथ ही साथ प्रतिक्रिया भी दी होगी।
३) जिनकी प्रतिक्रियाओं से रचना-पठन की वास्तविकता परावर्तित होती हो।
इसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक पाठक हर बार समान नाम और पते का प्रयोग करे। अनाम पाठकों की प्रतिक्रियाओं को इस प्रतियोगिता में सम्मिलित नहीं किया जा सकेगा।
माह के सर्वश्रेष्ठ पाठक को निम्नानुसार सम्मानित किया जायेगा।
उसे रु ३००/- का कैश (नकद) पुरस्कार दिया जाता है
और
हिन्दी-कविता विधा के स्तम्भ कहे जानेवाले रचनाकारों की पुस्तकें (लगभग रु २००/- तक की) दी जाती है। जो पाठक सुदूर अंचलों (जहाँ उनकी पसंद की हिन्दी-पुस्तकें नहीं मिल पाती हैं) से हैं, उनके अनुरोध पर (किसी भी विधा की जो रु २००/- में आ सकें) भेजी जा सकेंगी।
विशेष -
१) यूनिपाठक के नाम की उद्घोषणा के एक दिन के भीतर ही उस पाठक को अपना परिचय (जिसमें उसका वास्तविक नाम, पता, जन्मतिथि, शिक्षा-दीक्षा का उल्लेख आवश्यक है) hindyugm@gmail.com पर प्रेषित करना होगा।
२) यदि सम्भव हो तो विजेता पाठक, किसी राष्ट्रीयकृत बैंक की ए॰टी॰एम॰ खाता संख्या (ATM Account No.) भेजे जिससे रूपयों को आसानी से भेजा जा सके। ए॰टी॰एम॰ (ATM) खाता न होने की स्थिति में मनीऑर्डर का सहारा लिया जायेगा।
३) यह सम्भव है कि उद्घोषित पुरस्कारों के अतिरिक्त यूनिकवि एवम् यूनिपाठक को उस माह के प्रायोजकों द्वारा उपहार भेजे जाएँ।
४) इसके अतिरिक्त अन्य तीन पाठकों को भी प्रायोजकों द्वारा पुस्तकें भेंट की जाती हैं।
५) हिन्द-युग्म 'हिन्द-युग्म पाठक सम्मान' भी समय-समय पर देता रहता है जो कि हिन्द-युग्म का संग्रहालय खंगाले होते हैं।
आवश्यकः-
१) हिन्द-युग्म द्वारा यूनिकवि' और 'यूनिपाठक' का चयन अंतिम होगा। इसकी उद्घोषणा के पश्चात् अविजयी रचनाकारों से प्रश्नोत्तर नहीं किया जा सकेगा।
२) एक कवि या पाठक अनंत बार इस प्रतियोगिता में भाग ले सकेगा।
३) विजेता कवियों की कविताएँ, 'हिन्द-युग्म' की अपनी सम्पत्ति होंगी जिन्हें यह समूह संपादकीय कार्यों के लिए प्रयोग कर सकता है।
४) विजेता कवि द्वारा 'हिन्द-युग्म' की सदस्यता स्वीकार करने के बाद, कविता पोस्टींग की नियम व शर्तें उस पर भी समान रूप से लागू होगीं।
- हिन्द-युग्म टीम
अब तक के परिणाम-
वर्ष २००७ के परिणाम












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